Savings Account Vs Current Account: सेविंग्स अकाउंट से कितना अलग है करंट अकाउंट, यहां जानिए इनका अंतर और फायदे
बैंक में करंट और सेविंग अकाउंट खुलवाए जाते हैं. कहने को दोनों अकाउंट का इस्तेमाल डिपॉजिट और ट्रांजैक्शन के लिए होता है, फिर भी दोनों अकाउंट एक दूसरे से अलग होते हैं. यहां जानिए इनका अंतर.
Savings Account Vs Current Account: सेविंग्स अकाउंट से कितना अलग है करंट अकाउंट, यहां जानिए इनका अंतर और फायदे
Savings Account Vs Current Account: सेविंग्स अकाउंट से कितना अलग है करंट अकाउंट, यहां जानिए इनका अंतर और फायदे
बैंक अकाउंट आज के समय में सभी की जरूरत है. बैंक में सेविंग्स और करंट दोनों तरह के अकाउंट खुलवाए जाते हैं. दोनों ही अकाउंट्स का इस्तेमाल डिपॉजिट के तौर पर भी होता है और ट्रांजैक्शन के रूप में भी, लेकिन फिर भी ये दोनों अकाउंट एक जैसे नहीं होते. इनके बीच काफी फर्क होता है. आइए आपको बताते हैं इसके बारे में.
दोनों का उद्देश्य अलग
सेविंग अकाउंट को लोग पैसों की बचत के इरादे से ओपन करवाते हैं. रेगुलर सेविंग अकाउंट, सैलरी अकाउंट, जीरो बैलेंस अकाउंट और सीनियर सिटीजंस के लिए कुछ खास तरह के अकाउंट्स आदि सेविंग्स अकाउंट ही होते हैं. इन पर 3 से 6 फीसदी ब्याज मिलता है. वहीं अगर करंट अकाउंट की बात करें तो ये सेविंग अकाउंट से अलग होते हैं. करंट बैंक अकाउंट उन ग्राहकों के लिए होता है, जो बड़ी मात्रा में नियमित रूप से पैसों का लेन-देन करते हैं. इसे खासतौर पर बिजनेसमैन के लिए बनाया गया है. हालांकि करंट बैंक अकाउंट पर किसी तरह का कोई ब्याज नहीं मिलता है.
मिनिमम बैलेंस
जीरो बैलेंस अकाउंट और सैलरी अकाउंट के अलावा ज्यादातर सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखना जरूरी होता है. मिनिमम बैलेंस न होने पर पेनल्टी देनी पड़ती है. लेकिन करंट अकाउंट में ऐसा नहीं होता है. इसमें आपको मौजूद बैलेंस से ज्यादा भी विदड्रॉ करने की सुविधा मिलती है.
ट्रांजैक्शन की लिमिट
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
सेविंग्स अकाउंट से महीने में किए जाने वाले ट्रांजैक्शन की एक लिमिट होती है, लेकिन करंट बैंक अकाउंट में ऐसी कोई लिमिट नहीं होती है. इसके अलावा सेविंग अकाउंट में मैक्सिमम अमाउंट रखने की भी लिमिट होती है, जबकि करंट अकाउंट में ऐसी कोई लिमिट नहीं है.
टैक्स के नियम
सेविंग्स अकाउंट में जमा पर ब्याज मिलता है और ग्राहक को ब्याज के रूप में होने वाली आय टैक्स (Income Tax) के दायरे में आती है, जबकि करंट अकाउंट में कोई ब्याज नहीं मिलता, इसलिए ये टैक्स के दायरे से बाहर है.
ये फायदे भी जानें
कई बैंक सेविंग बैंक अकाउंट पर लाइफ और जनरल इश्योरंस ऑफर देती हैं. सेविंग बैंक अकाउंट वाले खाताधारकों को लॉकर फीस पर 15 से 30 फीसदी तक की छूट मिल जाती है. सेविंग बैंक अकाउंट के जरिए आप आसानी से बिलों का भुगतान कर सकते हैं.
करंट अकाउंट में खाताधारक के लिए ड्राफ्ट के जरिए पैसे जमा करना या ट्रांसफर करना बेहद आसन होता है. कई बैंक करंट बैंक अकाउंट पर डोर स्टेप बैंकिंग की सुविधा भी देते हैं. करंट बैंक अकाउंट रखने वाले खाताधारक देशभर में अपनी बैंक की किसी भी शाखा से पैसे निकाल या जमा कर सकते हैं. करंट बैंक अकाउंट पर खाताधारकों को आसानी से लोन भी मिल जाता है.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
05:49 PM IST